Breaking News

आयुष्मान भारत के नाम पर कहीं मुर्ख तो नहीं बनया जा रहा है आपको!

आयुष्मान भारत के नाम पर कहीं मुर्ख तो नहीं बनया जा रहा है आपको.

23 सितम्बर को  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वरा आयुष्मान भारत योजना की शुरवात रांची से की गयी थी. इस  योजना को स्वास्थ के क्षेत्र में सबसे बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है, इस योजना के तहत आर्थिक रूप से गरीब परिवार को 5-5  लाख रूपए के मुक्त इलाज़ का प्रावधान है, लेकिन कुछ लोग इस योजना के नाम पे ठगी करने की सोच बना रहे हैं.

इन दिनों सोशल मीडिया में एक लिंक घूम रहा है,और उसमे कुछ ये लिखा हुआ है 

whatsapp में घूम रहे मेसेज का एक स्क्रीन  शॉट फोटो  
  
13 से 70 साल के लोगो के लिए ख़ुशख़बरी, भारत सरकार द्वारा दिया जा रहा है 5 लाख रुपये का निःशुल्क बीमा।  
आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है।  
Note:- पहले अपने परिवार को इस योजना की लिस्ट में जोड़ना अनिवार्य है।
यहाँ से अपने परिवार का आवेदन करे--

इसके बाद एक लिंक दिया गया है जिसमे आवेदन करने को कहा गया है और अंत में दुसरो को भी शेयर करने को कहा गया है.
मेसेज पढ़ के ये लगता है की कोई भला इंसान दुसरो की भलाई सोच कर ये नेक काम कर रहा है, मेसेज पढने के बाद हमने लिंक पे क्लिक किया तो एक पेज खुला वो पेज कुछ इस तरह दिख रहा था.

लिंक पर क्लिक करने के बाद मोबाइल में खुलने वाला पहला पेज जो आयुष्मान भारत के सरकारी पेज की तरह बनया गया है 

बीमार न रहेगा अब लाचार, बीमारी का होगा मुफ्त उपचार के साथ शुरू हुए इस पेज में  नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर भी लगी हुई है और योजना के बारे में कुछ जानकारी के साथ आपने परिवार को योजना में जोड़ने के लिए कहा गया है और अंतिम तिथि 30 नवम्बर दे रखा है और इसके निचे रजिस्ट्रेशन करने के लिए फॉर्म दिया हुआ है.

उस लिंक में दिया गया आवेदन फॉर्म जिसमे निजी जानकारी की मांग की गयी है 

इस फॉर्म में आवेदक का नाम ,उम्र ,स्थाई पता,मोबाइल नंबर, मुखिया का नाम , पिन कोड और राज्य के नाम भरने को कहा गया था, फिर क्या था हामरे मन में उल्टा -सीधा जो आया हमने भर दिया और submit form में क्लिक कर दिया,इसके बाद एक दूसरा पेज खुला जिसमे लिखा था


हमने सफलतापूर्वक आपके आयुष्मान भारत योजना का आवेदन प्राप्त कर लिया है, कृपया आवेदन की पुष्टी करने के लिए निचे दी गयी कुछ प्रक्रिया पूरी करे और वेरीफाई करने के लिए 10 लोगो को whatsapp में शेयर करने को कहा गया था. इससे पूरा करने के बाद आर्डर नंबर प्राप्त करे में क्लिक करने को कहा गया था जिसमे क्लिक करने पर पर कुछ इस प्रकार का मेसेज शो होता है.और आपको ये बता दिया जाता है की आपका आर्डर प्राप्त हो गया है


मैं आपको बताना चाहूँगा की ये एक फेक साईट है जिसे बिल्कुल प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत की साईट से मिलता जुलता बनया गया है, और साईट का असल मकसद सिर्फ और सिर्फ पैसे कमाना है, आपके द्वारा दी गयी जानकारी का कोई गलत इस्तेमाल भी कर सकता है.

उस नकली साईट में लगाये ये ऐड (प्रचार) जिससे साईट बनाने वाले को पैसे मिल रहे होंगे .
आपको ऊपर दिखाई गयी तस्वीर में जो लाल रंग के तीर के निशान दिख रहीं हैं वो (advertisement) प्रचार है, जिसके बदले इस वेबसाइट बनाने वाले को पैसे मिलते हैं और इसके साथ ही आपके द्वारा दी गयी जानकारी को भी बेच कर ये पैसा बनाते हैं.जब हमने इस वेबसाइट के About उस का पेज चेक किया तो उसमे ये लिखा मिला आप भी इसे देखे 

अगर आप इसे पूरा पढेंगे तो पता चलेगा की वेबसाइट बनाने वाले ने खुद ही लिख रखा है कि आप इसे शेयर न करे और ना ही दुसरो को शेयर करने बोले.
  अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की आखिर कैसे पता करे की कोन सी वेबसाइट असली है और कोन सी नकली.

 असली वेबसाइट पहचानने का बिल्कुल आसन तरीका

नकली वेबसाइट को बहुत आसन से पहचाना जा सकता है बस इसमें थोड़ी से होश्यारी और सतर्कता चाहिए. 
जब कभी आपके ऐसा कोई भी लिंक ऑनलाइन सोशल मीडिया जैसे whatsapp,facebook या twitter से मिले तो सबसे पहले चेक करे लिंक सिक्योर (सुरक्षित ) हैं की नहीं, आपको लाल घेरे में दिख रहा होगो की ये साईट सिक्योर नहीं है.


यदि आप इसे मोबाइल में इस्तेमाल कर रहे हैं,आप अपने ब्राउज़र के ऊपर में साइड की और एक उल्टा (i)  लिखा  मिलेगा जिसपे क्लिक करने पर आपको पता चल जायेगा की वेबसाइट सुरक्षित है की नहीं


कोई भी सरकारी वेबसाइट में वेबसाइट के लास्ट में gov.in लिखा होता है लेकिन  अगर  आप इस वेबसाइट देखेंगे तो वहाँ कुछ sarkari-yojna.club  लिखा है.

आज के इस  ऑनलाइन के युग में ठगी करने के बहुत से नए तरीके आ चुके हैं इस सब से बचने के लिए सतर्क , और सावधान रहिये और आस पास के लोगो को भी सतर्क रहने बोलिए, कोई भी ऐसा लिंक दुसरो को भेजने के पहले एक बार जाँच कर ले, और ऐसे में आप ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं.

No comments